HomeComputer FundamentalHistory of Computer Free PDF 2022

History of Computer Free PDF 2022

History of Computer PDF  2022 कंप्यूटर का इतिहास हिंदी में 

Computer Tutorials Live आपके लिए लेकर आया है History of Computer. दोस्तों जैसा की आप जानते है की हमारे कंप्यूटर का इतिहास (Computer History) बहुत ही पुराना है | आज हम जैसा कंप्यूटर देखते है वो पहले बने कंप्यूटरों से कहीं अधिक बदल चूका है |

तो हम आप कंप्यूटर के इतिहास (history of computers) के बारे में बताना चाहते है | History of Computer Science यानि की कंप्यूटर बनाने की शुरुआत 16वीं सदी से ही हो गयी थी | तब से लेकर आज तक कंप्यूटर के इतिहास में बहुत से बदलाव हुए (first computer से 11th Generation of Computer) है | 

कंप्यूटर के इतिहास (History of Computer) के बारे में विस्तार से बतलाव ?

Computer Tutorials Live आपके लिए लेकर आया है History of Computer / History of Computer pdf 

Abacus :

Abacus Computer का इतिहास History of Computer का सबसे पहला कंप्यूटर माना जाता है | Timeline of Computer History में अबेकस कंप्यूटर सबसे पहले आता है | 

कंप्यूटर के इतिहास (History of Computer) के बात करे तो कंप्यूटर का इतिहास 3000 साल पुराना है | सबसे पहले इसका अविष्कार चीन में हुआ | पहले कंप्यूटर का नाम ABACUS था जो एक Calculation Machine की तरह प्रयोग में लाया जाता था |

इसका इस्तमाल चीन, जापान तथा एशिया के अनेक देशो में होता था | Abacus एक लकड़ी का फर्म था | जिसके बीच में लोहे की छड़ें होती थी |

इन छड़ो में सीमेंट की पक्की मिटटी से बनाये गए गोले पिरोए होते थे | व्यापारी लोग इस कंप्यूटर का इस्तेमाल गुना, जोड़, घटा और भाग करने के लिए करते थे |

Blaze Pascal :

शताब्दियो के बाद दूसरी मशीन अंको के गणत्गे ब्लेज़ पास्कल ( Blaze Pascal ) ने एक यांत्रिक अंकीय गणना यन्त्र का 1645 में विकास किया | Mechanical Digital Calculator सन 1645 ई में विकसित किया गया था |

इस मशीन को अडिंग मशीन कहते थे | क्योकि यह केवल जोड़ या घटा कर सकती थी | यह मशीन घड़ी और ओडोमीटर के सिद्धआंत पर कार्य करती थी | उसमे कई दांतयुक्त चकरीया लगी होती थी जो घुमती रहती थी |

चक्रिया के दांत पर 0 से लेकर 9 तक अंक छपे रहते थे | सभी चक्री का एक सथानीय मान होता है जैसे : इकाई ,दहाई ,सैकड़ा आदि | इसमे एक चकरी के घुमने के बाद दूसरी चक्री घुमती थी | Blaze Pascal की adding machine को Pascaline भी कहते हे | 

Jacquard Loom:

सन 1801 में फ्रांसीसी बुनकर जोसेफ जेकार्ड (Joseph Jacquard) ने कपड़े बुनने के ऐसे Loom का आविष्कार किया जो कार्डबोर्ड के छिदर यूक्त पंचकार्ड से नियंत्रण करता था | इस loom के विशेषता यह थी के पंचकार्ड पर पिक्चर की उपस्थिति अथवा अनुपस्थिति द्वारा धागों को निर्देशित किया जाता था |

Charles Babbage Father of Computer

Charles Babbage : कंप्यूटर के इतिहास में 19वीं शताब्दी को प्रारम्भिक समय का स्वर्णिम युग माना जाता है | अंग्रेज गणितज्ञ Charles Babbage ने एक यात्रिक गणना मशीन (Mechanical Calculation Machine) विकसित करने की आवश्यकता तब महसूस की जब गणना के लिए बनी हुई

सारणियों में Error आती थी क्यूंकि ये टेबल्स हस्त निर्मित थी इसलिए इनमे Error आ जाती थी | चार्ल्स बब्बेज़ ने सन 1822 में एक मशीन का निर्माण किया जिसका व्यय ब्रिटिश सरकार ने वहन किया |

उस मशीन का नाम दिफ्फ्रेंस इंजन (Difference Engine) रखा गया, इस मशीन में गियर और शाफ़्ट लगे हुए थे | यह भांप से चलती थी | सन 1833 में Charles Babbage ने दिफ्फ्रेंस इंजन का विकसित रूप Analytical Engine तैयार किया जो बहुत ही शक्तिशाली मशीन थी |

बब्बेज़ का कंप्यूटर के विकास में बहुत बड़ा योगदान रहा है | बब्बेज़ का एनालिटिकल इंजन आधुनिक कंप्यूटर का आधार बना और यहीं कारन है की चार्ल्स बब्बेज़ को कंप्यूटर विज्ञान का जनक कहा जाता है | 

Dr. Howard Aiken’s Mark-I:

सन 1940 में विधुत यांत्रिक कंप्यूटिंग (Electrometrical Computing) शिखर पर पहुँच चुकी थी | IBM के चार शीर्ष इंजीनियरों व् डॉ. होवार्ड आई केन ने सन 1944 ने एक मिशन क विकसित किया यह विश्व की सबसे पहला “विद्युत यांत्रिक कंप्यूटर” था 

और इसका official Name : Automatic Sequence Controlled Calculator रखा गया | इसे होवार्ड विश्वविधालय में सन 1944 के फ़रवरी माह में भेजा गया जो विश्वविधालय में 7 अगस्त 1944 को प्राप्त हुआ | इसी विश्वविधालय में इसका नाम Mark-1 रखा गया | यह 6 Second मे एक गुना व 12 Second मे एक भाग कर सकता था |

A.B.C. (Atanasoff Berry Computer): सन 1945 मे Atanasoff तथा Clifford Berry ने एक ने एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन का विकास किया जिसका नाम ए. बी. सी. (ABC) रखा गया | ABC सबसे पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था | इसके बाद कंप्यूटर में बहुत से बदलाव होते चले गए | और 1980 बाद कंप्यूटर के क्षेत्र में एक क्रांति सी आ गयी |

Computer History Hindi Timeline-कंप्यूटर इतिहास समय रेखा:

1933 Telex Massaging Network Come on Line:

टेलेक्स मैसेजिंग नेटवर्क 1933 जर्मनी के तीसरे दौर के दौरान आया था | टेलेक्स का प्रयोग मिलिट्री के मैसेज का एक जगह से दूसरी जगह भेजने के लिए किया जाता था | लेकिन टेलेक्स जल्दी ही पूरी दुनिया में फ़ैल गया जिसका प्रयोग सरकारी कामकाजों के अतिरिक्त पर्सनल कामों के लिए भी किया जाने लगा |

कुछ देशों में इस पद्धति को 2000 में भी अपनाया है |

टेलेक्स में टेलीप्रिंटर का प्रयोग होता था | इसके लिए एक ही टेलीफोन लाइन का इस्तेमाल किया जाता था | टेलेक्स और टेलीप्रिंटर एक दुसरे से टेलीफोन की वौइस् लाइनों जुड़े हुए थे जो टेलीफोन और टेलीप्रिंटर को मॉडिफाइड स्विच के द्वारा अलग किया जाता था |

बाद में वायरलेस टेलेक्स के वर्ज़न का भी विकास हुआ जिसने पुरे विश्व के विकास में क्रांति ला दी |

World Brains (1934) Belgian Paul Owlet का मानना था की कहीं एक जगह पर ही पूरा डाटा इकट्ठा करें, और उसको organize करें और सभी के साथ शेयर करें | तो Owlet ने एक सर्च इंजन 1900 के दशक में बनाया |

अब उसके द्वारा बनाया गया Mundaneum में एक कार्ड की Catalogue (सारणी) बनाई गयी जिसमें छह करोड़ एंट्री थी, फोटो, डॉक्यूमेंट और माइक्रो-फिल्मस और भी बहुत कुछ डाला गया था | वो टेलीग्राफी और मल्टीमीडिया दोनों को जोडनें की कोशिश कर रहे थे |

ताकि उनको टेलीविज़न पर दिखाया जा सके | 1930 ई. में ब्रिटिश लेखक H.G. Well और अमेरिकन वैज्ञानिक Vanner Bush जिनका उद्देश्य एक जैसा था वो दोनों “World Brain” नामक एक छोटे माइक्रो-फिल्म पर बेस्ड एक वेब ब्रोवेर का निर्माण करने में लग गये |

जिनमें इनफार्मेशन एक Cross Reference के रूप में उपलब्ध हो, जिन्हें हम आज हाइपर लिंक के नाम से जानते है | 

1937 Bell Laboratories Scientist George Stibitz uses Relays for Demonstration adder:

Scientist George Stibitz ने एक Adder का निर्माण किया जिसका नाम “ Model-K” रखा गया | क्योंकि ये Model उन्होंने अपनी “kitchen” की मेज पर बनाया था | इस मॉडल बनाने का मुख्य उद्देश्य Boolean Logic को कंप्यूटर के डिज़ाइन करना था |

इसके परिणाम स्वरूप Relay Based Model-K Complex Calculator का 1939 में निर्माण हुआ | उसी साल Germany के एक इंजीनियर Konrad Zeus ने “Z2” को टेलीफ़ोन में प्रयोग की जाने वाली Relay से बनाया |

1939 Electro at the World’s Fair:

एक Relay Based Electro Robot को बनाया गया जो Voice Command पर Rhythm कर सकता था | जिसको विश्व मेले में प्रस्तुत किया गया | जो अपने हाथ, सिर व् सिगरेट पी सकता था |

Hewlett Packard is founded: David Packard and Bill Hewlett ने हप कंपनी की नीव रखी | उन्होंने अपना पहला प्रोडक्ट बनाया जिसका नाम था HP-20014 Audio Oscillator जो काफी Famous हुआ | इसका प्रयोग उपकरणों को टेस्ट करने के लिए किया जाता था | 

1940 The Complex Number Calculator (CNC) is completed :

1939 में Bell Telephone Laboratories ने CNC Calculator को पूरा कर लिया था | CNC Calculator को वैज्ञानिक George Stibitz ने बनाया था | Dartmouth College के American Mathematical Society में प्रियदर्शी में लाया गया |

उस समय CNC को न्यूयार्क शहर में स्तिथ था को एक टेलिटाइप टर्मिनल से जोड़ा गया और ये न्यूयार्क की एक स्पेशलटेलीफ़ोन लाइन थी | ये पहला रिमोट Accessing Computing का उदाहरण था |

1941 Konrad Zeus Finishes the Z3 Computer:

Z3 Computer को जर्मन इंजिनियर Konrad Zeus बनाने के लिए 2300 Relays का प्रयोग किया जो Floating Point Binary Arithmetic गणना और 22 Bit लम्बे एक शब्द की रचना कर सकता था | Z3 Aero Dynamic Calculation कर सकता था | लेकिन 1943 में बर्लिन पर हुई बमों की वर्षा की वजह से ये तबाह हो गया था |

Typing Couse
Basic Computer Course

Computer Online Quiz
1. Microsoft Office 2003 Quiz-1
2. Microsoft Office 2003 Quiz-2

Typing Couse
Basic Computer Course

Computer Online Quiz
1. Microsoft Office 2003 Quiz-1
2. Microsoft Office 2003 Quiz-2
Deepak Saharan
Deepak Saharanhttps://www.computertutorialslive.com
I am a Part time Blogger. I started my blogging profession in 2016 and till now I am working as freelancer in Blogging, Designing & Developing of Websites. Till the date I have completed almost 20 Websites on different topics.
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments